अल्पकालिक लक्ष्यों के म्यूचुअल फ़ंड्स में निवेश करना

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म्यूचुअल फंड सही है?

आमतौर पर म्यूचुअल फ़ंड्स को दीर्घकालीन संपत्ति बनाने के उपकरणों के रूप में देखा जाता है, परन्तु म्यूचुअल फ़ंड्स के कुछ ऐसे प्रकार भी हैं, जो अल्पावधिक लक्ष्यों के लिए भी उपयुक्त होते हैं। अल्पावधिक लक्ष्यों के लिए म्यूचुअल फ़ंड्स वे निवेश उपकरण हैं, जो अपेक्षकृत थोड़े कम टाइम होराइज़न वाले वित्तीय उद्देश्यों को पूरा करने के लिए बनाये गए हैं।

अपनी फ्लेक्सिबिलिटी (लचीलेपन) एवं लिक्विडिटी की विशेषताओं के साथ, अल्पावधिक लक्ष्यों के लिए म्यूचुअल फ़ंड्स का उद्देश्य, सीमित समय की उपलब्धता के साथ जोखिम को कम करते हुए पूँजी में वृद्धि प्रदान करना है। इन फ़ंड्स की संरचना, अल्पावधिक वित्तीय उद्देश्यों की विशेष आवश्यकताएं को संरेखित करते हुए संभावित रिटर्न्स एवं उसमें अन्तर्निहित जोखिम के मध्य एक संतुलन बनाने हेतु की गई है।

ये फ़ंड्स, अनपेक्षित खर्चों हेतु एक इमर्जेंसी फ़ंड बनाने, एक नियोजित वैकेशन अथवा हॉलिडे हेतु बचत करने, एक घर खरीदने हेतु डाउन पेमेंट के लिए धन एकत्रित करने, एक वाहन ख़रीदने, शैक्षणिक व्ययों के लिए पैसे जमा करने के लिए, शादी के व्ययों के लिए, एवं घर के कायाकल्प की अल्पावधिक योजनाओं जैसे उद्देश्यों/कार्यों के लिए अनुकूल हैं।

अल्पावधिक लक्ष्यों के लिए म्यूचुअल फ़ंड्स का चुनाव करने वाले निवेशकों को पेशेवर फ़ंड प्रबंधन, डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो, एवं ज़रूरत पड़ने पर अपने फ़ंड्स को आसानी से निकाल पाने की सक्षमता से संभवतः फायदा हो सकता है।

अल्पकालिक निवेशों के लिए कईं प्रकार के म्यूचुअल फ़ंड्स उपयुक्त/सही हैं, एवं हरेक की अपनी विशेषताएं एवं जोखिम प्रोफाइल है। अल्पावधिक म्यूचुअल फ़ंड्स की कुछ महत्वपूर्ण कैटेगरीज़ हैं:

लिक्विड: लिक्विड या म्यूचुअल फ़ंड्स वे म्यूचुअल फ़ंड्स है, जो अत्याधिक तरल एवं सुरक्षित एसेट्स में निवेश करते हैं, जैसे कि अल्पकालिक सरकारी सिक्योरिटीज़ एवं मनी मार्केट उपकरण। इसका मुख्य उद्देश्य, अत्याधिक सुरक्षा एवं स्थिरता बनाये रखते हुए, निवेशकों को उनके फ़ंड्स तक त्वरित एवं आसान पहुँच प्रदान करना है।

मनी मार्केट फ़ंड्स: मनी मार्केट फ़ंड्स, म्यूचुअल फ़ंड्स की एक ऐसी कैटेगरी है, जो कि मुख्य तौर पर अल्पावधिक, कम जोखिम वाली, एवं आसानी से परिवर्तनशील सिक्योरिटीज़ जैसे कि ट्रेज़री बिल्स, जमा प्रमाण-पत्र (सर्टिफिकेट्स ऑफ़ डिपॉज़िट), एवं वाणिज्यिक पत्र (कमर्शियल पेपर्स) में निवेशों को आवंटित करते हैं।

अल्पावधिक डेट फ़ंड्स: अल्पावधिक डेट फ़ंड्स वे म्यूचुअल फ़ंड्स है, जो कि निवेशों को मुख्यतः कम/छोटी परिपक्वताओं वाली निश्चित आय सिक्योरिटीज़ में आवंटित करते हैं। उनका उद्देश्य, ब्याज दरों में उतार-चढ़ावों के कारण होने वाले गंभीर प्रभावों को कम करते हुए मुख्यतः ब्याज के माध्यम से रिटर्न्स उत्पन्न करना है।

अल्पकालिक बॉन्ड् फ़ंड्स: अल्पकालिक बॉन्ड्स फ़ंड्स वे म्यूचुअल फ़ंड्स हैं, जो कि मुख्यतया अल्पकालिक बॉन्ड्स के एक डायवर्सिफाइड (विविधकृत) पोर्टफोलियो में निवेश करते हैं। इन फ़ंड्स का उद्देश्य, कम जोखिम प्रोफाइल को बनाये रखते हुए मनी मार्केट फ़ंड्स की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक रिटर्न्स देना है।

गिल्ट फ़ंड्स: गिल्ट फ़ंड्स, म्यूचुअल फ़ंड्स के वो प्रकार हैं जो कि मुख्य रूप से सरकारी बॉन्ड्स अथवा गिल्ट्स में निवेश करते हैं। सरकार समर्थित सिक्योरिटीज़ होने की वजह से इनकी क्रेडिट रेटिंग अधिक होती है, अतः ये फ़ंड्स, तुलनात्मक रूप से कम जोखिम वाले विकल्प प्रदान करते हैं।

हालांकि, अल्पावधिक म्यूचुअल फ़ंड्स में निवेश करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि निवेशक अपनी जोखिम उठाने की क्षमता, निवेश की होराइज़न (समय-सीमा), एवं वित्तीय उद्देश्यों का ठीक से मूल्यांकन कर लें। इसके अतिरिक्त, एक वित्तीय सलाहकार से मार्गदर्शन लेना, व्यक्तिगत ज़रूरतों एवं बाजार की वर्तमान परिस्थियों के अनुसार निवेश की स्ट्रेटेजी को कस्टमाइज़ करने में मददगार हो सकता है।

अस्वीकरण

म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, योजना से जुड़े सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।

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